हौज़ा न्यूज एजेंसी के अनुसार, यमनी हाई पॉलिटिकल काउंसिल के सदस्य मुहम्मद अली हौसी ने संयुक्त राज्य अमेरिका द्वारा प्रतिरोध साइटो को बंद करने पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि अमेरिकी कार्रवाई से पता चलता है कि इन साइटों के संदेश वैश्विक स्तर पर फैल चुके है।
उन्होंने कहा कि इन साइटों की हैकिंग ने यह स्पष्ट कर दिया है कि ग़ासिब शासक स्वतंत्र मीडिया से डरते हैं, जबकि ये अत्याचारी अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के झूठे दावेदार हैं।
मुहम्मद अली अल-हौसी ने कहा कि इन साइटों के बंद होने से लोकतंत्र और इसके झूठे दावों का पर्दाफाश हो गया, और कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिका साइटों को हैक करके बड़े पैमाने पर प्रतिस्पर्धा करने की कोशिश कर रहा है।